ॐ शिवे भगवे भक्षे भगे भंग क्षोभय क्षोभय मोहय मोहय छदाय छदाय कलेटय क्लीं शरीरे ओम फट स्वाहा इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है. ॥ॐ ऐं सूदर्शनाय (अमुक) वश्यं हुं ऐं फट स्वाहाः॥ फुरो मंत्र इश्वरो वाचा बे माता की आज्ञा इस तरह की https://thebookmarknight.com/story19507419/considerations-to-know-about-mahakal